गुरुवार, 4 नवंबर 2010

kashish

दिल परेशान मत हो,
यह सोच गुजरे थे
कुछ लम्हे संग तुम्हारे
जिन्दगी लम्बी है बहुत
मिलेंगे कल अपने तुम्हारे
आंसू मत बहा,
बड़े अरमानो से रखा है
किसी के जनाजे के लिए
गम इसका नहीं है
कि कल मिले की नहीं .......
मैं कहाँ जाऊंगा पता नहीं
कदम जहाँ ले जायेगा वहां जाऊंगा
कहने को तो किस्मत है
नहीं मिले तो बदकिस्मत है
अंत मैं इतना तो करना रहम
मौत आने से पहले
दिखा देना अपना karam

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