आज मैंने फिर अपने सपनों का सौदा किया
जिंदगी के उल्टे फलसफ़ों को फिर सीधा किया
ता-उम्र मेरे काम न आए मेरे उसूल
आज मैंने उन्हे एक-एक करके नंगा किया
कुछ कमी मेरी अपनी जद्दोजहद मे थी
ऐ जिंदगी, तुमसे क्या कहते जो किया अच्छा किया
हो गई थी कुछ उम्मीदें तुमसे भी
तुमने भी वही करा जो औरों ने किया
रात को सोया तो सबेरा तो होना ही था
ऐ जिंदगी तुमने एक दिन और दिया, अच्छा किया
कुछ गफलत मेरे अंदाज मे थी
और तुम मुगालते मे रहे, यह भी अच्छा रहा ....
जिंदगी के उल्टे फलसफ़ों को फिर सीधा किया
ता-उम्र मेरे काम न आए मेरे उसूल
आज मैंने उन्हे एक-एक करके नंगा किया
कुछ कमी मेरी अपनी जद्दोजहद मे थी
ऐ जिंदगी, तुमसे क्या कहते जो किया अच्छा किया
हो गई थी कुछ उम्मीदें तुमसे भी
तुमने भी वही करा जो औरों ने किया
रात को सोया तो सबेरा तो होना ही था
ऐ जिंदगी तुमने एक दिन और दिया, अच्छा किया
कुछ गफलत मेरे अंदाज मे थी
और तुम मुगालते मे रहे, यह भी अच्छा रहा ....
अंतिम वाला जोरदार।
जवाब देंहटाएंbahut bahut aabhar aadarniya Aasha jee...
जवाब देंहटाएंdhanywad Blog Buletin....
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